- फेसबुक पर टिप्पणी कर कमलनाथ सरकार को किया था कटघरे में खड़ा
जनतंत्र गाथा
राजवर्धन सिंह : सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट और कमेंट से सुर्खियों में रहने वाली केबीसी फेम महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर की वर्तमान शिवराज सरकार भी कोई सुध नहीं ले रही है। तहसीलदार अमिता सिंह ने कुछ दिनों पहले
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा किया था और फेसबुक के जरिए उन्होंने इन नीतियों पर सवाल खड़े किए थे। फेसबुक पर टिप्पणी के बाद कमलनाथ सरकार ने तहसीलदार अमिता सिंह को निलंबित कर दिया था लेकिन कई माह गुजरने के बाद भी आज तक तहसीलदार अमिता सिंह मुख्य पटरी पर नहीं आ पाई हैं जबकि शिवराज सरकार मध्य प्रदेश में आ चुकी है और कमलनाथ सरकार की विदाई हो चुकी है।
पूर्व की कांग्रेस सरकार की नीतियों पर सवाल खड़ा करते हुए फेसबुक पर टिप्पणी के बाद चंबल संभाग कमिश्नर रेणु तिवारी ने अमिता सिंह को निलंबित कर दिया था। कमिश्नर ने श्योपुर कलेक्टर प्रतिभा पाल के प्रस्ताव पर ये कार्यवाही की थी। निलंबन अवधि में अमिता सिंह का मुख्यालय प्रमुख आयुक्त राजस्व कार्यालय भोपाल रखा गया।
गौरतलब है कि भोपाल के एक युवक द्वारा 16 दिसंबर को एक फेसबुक पर पोस्ट डाली। जिसके कमेंट बॉक्स में महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने एक आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। इस मामले की शासन-प्रशासन से शिकायत हुई, जिसके बाद कलेक्टर प्रतिभा पाल ने 23 दिसंबर को कारण बताओ नोटिस जारी किया। हालांकि तहसीलदार ने नोटिस का जवाब 24 दिसंबर को दे दिया, लेकिन जवाब से संतुष्ट नहीं हेाने और मामले की गंभीरता के मद्देनजर कलेक्टर ने अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव चंबल कमिश्नर को भेजा। जिस पर कार्यवाही करते हुए चंबल कमिश्नर रेणु तिवारी ने तहसीलदार अमिता सिंह तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।