जनतंत्र गाथा
राजवर्धन सिंह : आज पूरा विश्व समुदाय इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है और हमारा देश भारत भी इससे अछूता नहीं है। ऐसे में हमें इसे इतने हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह समय हमें एक बड़े संकट की ओर इशारा कर रहा है और इससे हमें सावधान रहने की जरुरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस से उत्पन्न बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है। चाइना इसके कारण तबाह हो गया है और अमेरिका जैसा शक्तिशाली राष्ट्र भी कोरोना वायरस के कारण अपने देश में आपातकाल लगा दिया है। तो हमें किसी आपातकाल का इंतजार नहीं करना चाहिए।
सभी देशवासियों को इस समय देश के साथ खड़ा होकर कोरोना के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम में साथ देना चाहिए। इसके लिए किसी आंदोलन की आवश्यकता नहीं है, बस हमें लोगों को जागरूक और सावधान करना है और स्वयं सावधान रहना है। परिवार को सावधान करना है, अपने आस-पास ,पड़ोस और गांव को सावधान करना है।
सोशल मीडिया के माध्यम से जिस प्रकार की गलतफहमियां फैलाई जा रही है, उसका समाधान करना है और सीधी सच्ची जानकारी लोगों को बताना है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। यह न कोई दवा से ठीक होता है और न ही कोई दुआ से। केवल इसके लिए हमें लोगों को सावधान करना है। अभी तो यह शहरी इलाकों को ही अपनी चपेट में ले रहा है। यदि हम जागरूक नहीं हुए तो इसे गांव में जाने से कोई नहीं रोक सकता। तब परिस्थितियां और भयावह हो जाएगी। हमें सारा कुछ शासन और सरकार पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। इसके लिए हमें स्वयं आगे आना पड़ेगा। यदि हम सब जागरूक रहे तो निश्चित है करोना को हम सब मिलकर हरा पाएंगे। साथ ही भ्रांतियों से बचें व लोगो को बचाऐं। न डरें न डराएं। जागरूक बने और कोरोना को हराऐं। भारतीय सनातन का उद्घोषणा है:-
सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया।
सर्वाणि भद्राणि पश्यंतु मां कश्चित् दुख भाग भवेत् ।।
तो आइये, कोरोना को हराने की शपथ लें। स्वयं बचें, दूसरों को बचाएं। आपके स्वस्थ एवं सुखद जीवन की कामना के साथ हम आपके साथ खड़े हैं।